लोकतान्त्रिक सरकार के मुख्य तत्व

 



पाठ 4 – लोकतान्त्रिक सरकार के मुख्य तत्व

  • दक्षिण अफ्रीका एक ऐसा देश है जहाँ कई तरह की प्रजातियाँ के लोग रहते हैं जैसे श्वेत (गोरे), अश्वेत (काले) और जिनकी त्वचा का रंग सांवला होता है जैसे भारतीय।
  • अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस और उनके जाने माने नेता नेल्सन मंडेला (राष्ट्रपिता) ने रंगभेद के खिलाफ बहुत समय तक संघर्ष किया।
  • अंततः 1994 में उन्हे सफलता मिली और दक्षिण अफ्रीका एक लोकतांत्रिक देश बना।
  • तब से सभी प्रजातियों के लोगों को बराबर माना जाने लगा।

लोकतंत्र में भागीदारी

  • लोकतंत्र में भागीदारी में लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। चुनाव में वोट देकर वे अपने प्रतिनिधि चुनते हैं। ये प्रतिनिधि हीं लोगों की तरफ से निर्णय लेते हैं।
  • भारत में लोगों द्वारा चुने गए सरकार की अवधि 5 वर्ष है।
  • भागीदारी के अन्य तरीकें भी है जैसे विरोध करना, आंदोलन करना, काम के अनुसार विरोध करना, हड़ताल, हस्ताक्षर, अभियान आदि शामिल है।
  • अखबार, टेलिविजन एवं पत्रिकाएँ भी जनता से जुड़े मुद्दे को और सरकार की जिम्मेदारियों पर चर्चा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • अगर देश के लोग सजग है और इसके बारे में रुचि लेते हैं कि देश कैसे चलाया जाता है।
  • तो उसे देश कि सरकार का लोकतांत्रिक स्वरूप और भी मजबूत होता है।

विवादों का समाधान

  • विवादों या समस्याओं के समाधान के लिए कई बार हिंसा का प्रयोग किया जाता है।
  • विवाद तब उभरता है जब विभिन्न संस्कृतियाँ, धर्म, क्षेत्रों और आर्थिक पृष्ठभूमियों के लो एक-दूसरे के साथ तालमेल नहीं बैठा पते। जब कुछ लोगों को लगता हैं कि उनके साथ भेदभाव हो रहा है और उन विवादों को खत्म करने के लिए लोग हिंसात्मक तरीकें भी अपनाते हैं जिससे अन्य लोगों में भय और असुरक्षा कि भावना फैलती है।
  • सरकार कि यह ज़िम्मेदारी होती है कि वह विवादों का समाधान करें। इसमें सबसे पहले पुलिस कि ज़िम्मेदारी होती हैं कि आपस में टकराव की स्थिति न पैदा हो, हिंसा न भड़कें।
  • कभी-कभी नदियों के कारण भी टकराव होते हैं।
  • जैसे अभी कुछ साल पहले की हीं बात है कर्नाटक और तमिलनाडू के बीच कावेरी जल को लेकर।
  • कर्नाटक के कृष्णाराजासागर बाँध में भरा हुआ पानी से बेंगलुरु के साथ और भी जिलें की जरूरतें पूरी होती है और तमिलनाडू के मेटूर बाँध में भरे हुये इसी नदी के पानी से राज्य के डेल्टा क्षेत्र में सिंचाई होती है।
  • कर्नाटक का कृष्णाराजासागर बाँध कावेरी नदी के ऊपरी छोर पर है और तमिलनाडू का मेंटूर बाँध नदी के निचले छोर पर।
  • मेंटूर बाँध में पानी तभी भरा जा सकता है जब कृष्णाराजासागर बाँध से पानी छोड़ा जाए।

समानता एवं न्याय

  • न्याय एवं समानता को एक-दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता है। ये सरकार का काम है।
  • अस्पृश्यता यानि छुआछूत की प्रथा पर अब कानून द्वारा रोक लगा दी गयी है।
  • लंबे समय तक दलित लोगों को शिक्षा, स्वस्थ्य एवं यातायात की सुविधाओं से बंचित रखा गया।
  • न्याय तभी मिल सकता है जब सब लोगों के साथ बराबरी का व्यवहार हो।
  • सरकारी स्कूल और कालेजों में लड़कियों की फीस खत्म या कम करने की प्रावधान किया गया जिससे लड़कियाँ भी आगे बढ़ सकें।


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